कारा बन्दियों को सरकार की सौगात

समस्तीपुर-  कारा के बंदी अब अपने परिजनों से खुलकर बातचीत करेंगे। जेल के अंदर रहते हुये भी बंदी अब परिजनों का हाल चाल जान सकेंगे। वो भी नि:शुल्क। इसके लिये जेल के अंदर ही इसकी विशेष व्यवस्था की गयी है। सरकार के निर्देशानुसार बंदियों के लिये टेलीफोन बूथ की व्यवस्था की गयी है। इसके तहत समस्तीपुर मंडल कारा में फिलहाल दो टेलीफोन बूथ की व्यवस्था कर दी गयी है। जिससे कोई भी बंदी अपने परिजनों से खुलकर बात कर सकते हैं। इसके लिये बंदी को कोई अतिरिक्त राशि नहीं देनी होगी।


कारा अधीक्षक ज्ञानिता गौरव ने बताया कि सरकार के निर्देश पर दो टेलीफोन बूथ को शुरु किया गया है। इसके तहत बंदी दस दिनों में दो बार अपने परिजन, डॉक्टर या फिर अपने वकील से बात कर सकते हैं। एक कॉल के लिये अधिकतम पांच मिनट का समय दिया जायेगा। इस बूथ के नंबर पर केवल आउट गोईंग की सुविधा है।




 
थाना से होगी नंबरों की जांच :


मंडल कारा के बंदियों को परिजनों से बात करने के लिये कुछ कानूनी प्रक्रिया से गुजरना होगा। जो भी बंदी अपने परिजन, डॉक्टर या वकील से बात करना चाहेंगे, वो उनका नंबर कारा कार्यालय में जमा करेंगे। बंदियों द्वारा दिया गया नंबर संबंधित थाना को दिया जायेगा। फिर उस नंबरों की जांच संबंधित थानाध्यक्ष के द्वारा की जायेगी। जिसमें नंबर किसका है, किसके नाम से जारी है, उसकी गतिविधि आदि की जानकारी थानाध्यक्ष लेंगे और फिर इसकी सूचना कारा अधीक्षक को दिया जायेगा। थानाध्यक्ष से हरी झंडी मिलने के बाद टेलीफोन बूथ में बंदियों के दिये नंबरों को फिड कर दिया जायेगा। जिसके बाद दस दिनों में दो बार एक बंदी अपने परिजनों से बातचीत कर सकेंगे।