- दीक्षांत समारोह में मौजूद थीं राज्यपाल
कानपुर। कानपुर विश्वविधालय के दीक्षान्त समारोह में जहां राज्यपाल पधारी हुई थी वहीं विश्वविधालय के सभागार के बाहर बीएड के छात्र-छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। छात्रों ने विश्विधालय प्रशासन पर डिग्री में वसूली का आरोप लगाया। हंगामा कर रहे सभी छात्र-छात्राएं सत्र 2016-18 के है। हंगामे ंकी सूचना पाते ही मौके पर विवि प्रबंधन ओर प्रश्ज्ञासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गये और छात्र-छात्राओं को समझाने तथा शांत कराने का प्रयास किया लेकिन जब छात्र नही माने तो वहां मौजूद पुलिस ने बलप्रयोग करते हुए लाठियां भांजकर सब सबको खदेडा। इस दौरान अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। छात्र-छात्राओं ने बताया कि डिग्रकी देने में विश्विधालय के अधिकारियों द्वारा छात्रो को परेशान किया जाता है और वसूली की जाती है। छात्रो ने कहा आज विवि में जब राज्यपाल उपस्थित है तो उन्हे भी इस बात से अवगत होना चाहिये कि यहां क्या चल रहा है। छात्रों ने बताया कि विश्विधालय में डिग्री मं संशोधन कराने पर 900रू0 की मांग की जाती है। छात्रो द्वारा असमर्थता जताने पर डिग्री देने के लिए परेशान किया जाता है।
उत्तरी के लिए जमा कराये गये 200 रू0, वापसी में 50 काटे
विश्व विधालय प्रबंधन द्वारा दीक्षान्त समारोह के दौरान सिर्फ उन्ही बच्चों को आडोटोरियम में प्रवेश दिया गया जिनके पास उत्तरी थी। छात्रो ने बताया कि गले में पहनाई जाने वाली पीले कलर की जिसे उत्तरी कहा जाता है उसे देने के लिए विश्विधालय प्रशासन ने छात्रो से 200 रू0 जमा कराये, इतना ही नही जब उत्तरी वापस की जाती है तो 50 रू0 काट लिया जाता है। अधिकारियों द्वारा कहा जाता है कि उत्तरी की साफ सफाई के लिए 50 रू0 लिये जाते है। जबकि छात्रो का कहना है कि जो कोर्स उनके द्वारा किया जाता है उसमें हजारो रू0 कराये जाते है लेकिन एक उत्तरी का पैसा भी छात्रो से लिया जाता है और यह बात शायत राज्यपाल को नही पता।
- डिग्री में अंकित हुए गलत नाम
दीक्षान्त समारोह में छात्र-छात्राओं को जो डिग्री दी गयी उसमें कई छात्र-छात्राओं के नाम गलत अंकित है जिससे छा़त्रो में रोष है। छात्रो ने बताया कि यह गलती विश्वविधायल प्रशासन की है। जब फार्म भरते समय सही नाम लिखा गया तक डिग्री में गलत नाम क्यांे चढाया गया यह लापरवाही ही है। छात्रो ने बताया कि विश्विधालय के प्रशासन की लापरवाही और लगती का खामयाजा छात्र-छात्राओं को उठाना पडेगा और डिग्री में अंकित गलत नाम को ठीक कराने के लिए दर्जनो बार विश्वविधालय के चक्कर काटने होगे।