किसी ने खुब कहा होम करने से हाथ जलते

  बादशाह पुर -विकलांग पीड़ित व्यक्ति की जमीन पर कब्जा हटवाने की जगह उल्टा उन्ही पर मुकदमा लिख दिया 


पीड़ित की पैरवी करने पर उच्च न्यायालय इलाहाबाद के अधिवक्ता अलक्षेन्द्र प्रताप सिंह पर भी फर्जी मुकदमा लिखा गया जबकि उस समय अधिवक्ता न्यायालय में था 


जौनपुर  मिठाई लाल की आवादी की जमीन पर दबंगों द्वारा कब्ज़ा किया जा रहा है  जिसका मुकदमा दीवानी न्यायालय में मिठाई लाल बनाम मंगरू विचाराधीन है। फिर भी थाना मुंगरा बादशाहपुर पुलिस के सहयोग से दबंग जमीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं और पीड़ित को परेशान कर रहे हैं उसी की जमीन पर मिट्टी डालकर बरसात का पानी अवरुद्ध कर रहे हैं, जबकि पीड़ित के दरवाजे का पानी पीड़ित की भूमिधरी जमीन में जाता है । मिट्टी डालने की वजह से पानी का निकास बन्द हो गया है ,जिसकी वजह से पीड़ित के दरवाजे पर काफी पानी लग चुका है तमाम शिकायत के बावजूद भी पुलिस कोई कार्यवाही नहीं कर रही है । जिसकी वजह से पीड़ित का परिवार और जानवर पानी में रहने के लिए मजबूर हैं ।                
                        जानकारी होने पर जब इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अलक्षेन्द्र प्रताप सिंह ने जब पीड़ित के विषय में मुंगरा बादशाहपुर थाने में फ़ोन पर बात की तो पुलिस ने पीड़ित और अधिवक्ता उनके पिता , चाचा और चचेरे भाई पर ही 27 अक्टूबर को फर्जी प्राथमिकी धारा 147,323,504,506,452,427 भारतीय दण्ड संहिता मे मुकदमा दर्ज कर लिया जबकि उस दिन सुबह 9 बजकर 30 मिनट से शाम 4 बजे तक तथा शाम 6 बजकर 30 मिनट से लगभग 8 बजे ऑर्डर के लिए माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद में थे ।
       अधिवक्ता अलक्षेन्द्र प्रताप ने बताया कि सुबह 8 बजकर 8 मिनट पर मेरी बात पुलिस उपाधीक्षक मछलीशहर , 8 बजकर 10 मिनट पर पुलिस अधीक्षक जौनपुर एवम 8 बजकर 19 मिनट पर थानाध्यक्ष मुंगरा बादशाहपुर से हुई है उस समय  मेडिकल चौराहा अपने आवास पर थे। इसके बावजूद अधिवक्ता और गांव में रह रहे परिवार के लोगो पर अवैधानिक रूप से फर्जी प्राथमिकी दर्ज कर परेशान किया जा रहा है।